पाकिस्तान के इस शख्स ने अनोखी याददाश्त के चलते बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, पहले भी हासिल कर चुका है कई उपलब्धियां
सबसे ज्यादा 40 तीन डिजिट वाले फ्लैश नंबरों को याद करके बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। दुनिया में लोग अपने अनोखे हुनर और कारनामें के चलते गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाकर मशहूर हो जाते हैं। हाल ही में पाकिस्तान के एक युवक ने अपनी अनोखी याददाश्त को लेकर गिनिज बुक में एक बेहतरीन रिकॉर्ड दर्ज कराया है। इस शख्स का नाम सैयद नबिल हसन रिजवी है। जिसने सबसे ज्यादा 40 तीन डिजिट वाले फ्लैश नंबरों को याद करके एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। बता दें, इससे पहले ये रिकॉर्ड एक भारतीय के नाम पर दर्ज था।
लिंक्डइन के जरिए लोगों को बताई उपलब्धि
अपने इस शानदार उपलब्धि की जानकारी नाबिल ने लोगों तक लिंक्डइन के जरिए शेयर करी। नाबिल ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "मुझे आप लोगों से यह बात बताने में बड़ी खुशी महसूस हो रही है कि मैनें फिर से गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम शामिल करा लिया है।"
पोस्ट में आगे बताया गया कि, मंगलवार 1 अगस्त को गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने आधिकारिक रूप से नाबिल को सबसे ज्यादा बार याद किए जाने वाले फ्लैश नंबर '40 सेट' की उपलब्धि के बारे में सूचना दी गई। उन्होंने बताया कि ये नंबर आश्चर्यजनक तौर से 120 नंबर है।
नाबिल का कहना है कि उन्होंने 3 डिजिट फ्लैश नंबर रैंडमली याद कर लिए थे। जिसके हर सेट में तीन डीजिट थे। जब ये नंबर 1 सेकंड के टाइम लिमिट के अंदर तेजी से स्क्रीन में चमकते थे। तब वह उन्हें सही सीक्यूंस में सही तरीके से याद कर लेते थे।
नबिल ने कोच का किया शुक्रिया अदा
वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने के लिए नबिल हसन ने अपने फ्यूचरिस्टिक लर्निंग इंस्टीट्यूट जॉइन किया था। जिसमें उन्होनें कई सालों तक अपने कोच सानिया आलाम के साथ मेमोरी पॉवर को बढ़ाने की ट्रेनिंक की। जिसके बाद उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में उपलब्धि हासिल की और कोच का शुक्रिया अदा किया।
पहले भी हासिल कर चुके कई उपलब्धियां
यह पहली बार नहीं है कि नबील हसन ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले भी वह कई उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं। नबील ने मेमोरी चैंपियनशिप और अंतरराष्ट्रीय माइंड स्पोर्ट्स से जुड़ी कॉम्पेटिशन में हिस्सा लिया। साथ ही साल 2019 में यूके माइंड मैपिंग चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट कर उन्होंने ब्रांज मेडल और जूनियर यूके मेमोरी चैंपियन का टाइटल भी जीता था।
बता दें, नाबिल के 40 डिजिट वाले फ्लैश नंबर से पहले गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में ये खिताब एक भारतीय के नाम पर दर्ज था। जिसने 37 डिजिट वाले फ्लैश नंबर को याद कर 'ग्रेट मेमोरी' का टाइटल अपने नाम किया था।